
मुझे दर्द-ऐ-इश्क का मज़ा मालूम है,
दर्द-ऐ-दिल की इन्तहा मालूम है,
जिंदगी में कभी मुस्कुराने की दुआ न देना,
मुझे पल भर मुस्कुराने की सज़ा मालूम है
दर्द-ऐ-दिल की इन्तहा मालूम है,
जिंदगी में कभी मुस्कुराने की दुआ न देना,
मुझे पल भर मुस्कुराने की सज़ा मालूम है
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